जनपद में सम्भावित बाढ़ से बचाव एवं राहत कार्यो की अच्छी तैयारी योगेन्द्र ढिमरी

 


बहराइच 09 जुलाई उ.प्र. राज्य आपदा प्रबन्धन प्राधिकरण के उपाध्यक्ष लेफ्टीनेन्ट जनरल योगेन्द्र ढिमरी ने कलेक्ट्रेट सभागार में जिले के अधिकारियों के साथ बाढ़ से पूर्व की गई तैयारियों की समीक्षा करते हुए कहा कि जनपद में ग्रासरूट स्तर पर बेहतर तैयारी की गई है आवश्यकता इस बात की है कि आपदा के समय कार्ययोजना के अनुसार सभी विभाग त्वरित कार्यवाही भी करें जिससे बाढ़ या अन्य किसी भी आपदा में जन-धन की कम से कम हानि हो सके। श्री ढिमरी ने कहा कि कैसे भी संसाधन हों, आपदा को टाला नहीं जा सकता है परन्तु बेहतर प्रबन्धन के साथ कम से कम संसाधनों में भी बेहतर तरीके से राहत एवं आपदा कार्य संचालित किये जा सकते हैं



 ढिमरी ने कहा कि जनपद में पहुंच चुके एनडीआरएफ टीम को बाढ़ क्षेत्र का भ्रमण करा दिया जाय ताकि आपदा के समय जवान बेहतर ढंग से बचाव व राहत कार्य कर सकें। उन्होंने कहा कि जल स्तर बढ़ने, अधिक वर्षा होने इत्यादि जैसी सूचनाओं का त्वरित आदान प्रदान किया जाय ताकि ग्रामीण समय रहते बाढ़ शरणालयों में चले जाएं। श्री ढिमरी ने सुझाव दिया कि बाढ़ शरणालयों की पहचान के लिए कोई फ्लैग लगा दिया जाय ताकि लोगों को पहुंचने में आसानी हो। उन्होंने जिले के अधिकारियों का आहवान किया कि रेस्क्यू वर्क अधिक से अधिक तकनीक का सहारा लिया जाय ताकि कम से कम समय में ज्यादा लोगों की जान बचायी जा सके ढिमरी ने कहा कि विभिन्न दुर्घटनाओं विशेषकर सड़क दुर्घटनाओं में अधिकतर मरने वाली की संख्या युवाओं की होती है। इसके लिए जागरूकता अभियान संचालित कर युवाओं यातायात नियमों का पालन करने के लिए जागरूक किया जाय साथ-साथ आपदा से बचाव के लिए विकसित की गई विभिन्न एैप्स दामिनी व सचेत को डाउनलोड कराया जाय
इससे पूर्व जिलाधिकारी मोनिका रानी ने जनपद में बाढ़ पूर्व की गई तैयारियों का विवरण देते हुए बताया कि जिले की 04 तहसीलों के लगभग 247 ग्राम की 7.5 लाख की आबादी प्रभावित होती है डीएम ने बताया कि बाढ़ के दौरान राहत व बचाव कार्यों के संचालन हेतु 45 बाढ़ चौकियां, 33 लंगर स्थल, 46 राहत वितरण केन्द्र, 40 बाढ़ शरणालय के साथ-साथ कुल 699 नावों का प्रबन्ध किया गया है जिसमें 281 नावें गैर सरकारी हैं। इससके अलावा जिले में 114 गोताखोर व 439 नाविक भी चिन्हित किये गये हैं। डीएम ने बताया कि जिला आपदा प्रबन्धन प्राधिकरण कार्यालय में बाढ़ व विभिन्न आपदाओं की सूचनाओं के आदान-प्रदान हेतु राउण्ड द् क्लाक कन्ट्रोल संचालित किया जा रहा है। डीएम ने बाढ़ से पूर्व तथा संभावित बाढ़ के दौरान स्वास्थ्य, पशुपालन, खाद्य एवं रसद, सिंचाई इत्यादि विभागों द्वारा की गई तैयारियों के बारे में भी जानकारी प्रदान की। बैठक के दौरान सरयू ड्रेनेज खण्ड के अधि.अभि. जे.पी. वर्मा ने बाढ़ व कटानरोधी संचालित परियोजनाओं के बारे में भी विस्तृत जानकारी प्रदान की।
इस अवसर पर मुख्य विकास अधिकारी रम्या आर., प्रभागीय वनाधिकारी वन्य जीव कतर्नियाघाट बी. शिवशंकर, नगर मजिस्ट्रेट शालिनी प्रभाकर, नवांगतुक सीएमओ डॉ संजय शर्मा, एसडीएम राकेश मौर्या, नानपारा अश्वनी पाण्डेय, कैसरगंज पंकज दीक्षित, महसी अखिलेश कुमार सिंह, पयागपुर दिनेश कुमार, मोतीपुर संजय कुमार, अधिशाषी अभियन्ता लो.नि. अमर सिंह व प्रदीप कुमार, जल निगम कमला शंकर, डीपीआरओ राघवेन्द्र द्विवेदी, डीएसओ नरेन्द्र तिवारी सहित अन्य सम्बन्धित अधिकारी मौजूद रहे।

कोई टिप्पणी नहीं

Blogger द्वारा संचालित.